कल रात मुझे ये एस एम एस मिला मेरी बेटी सोनू का , और जब उसको पढ़ा तो आंसू अपने आप गिरने लगे कोई बेटी अपनी माँ से ऐसा कहती है कहा तो बोली आप भी तो कुछ भी लिखती हो रुलाने वाला फिर मुझे भी में आ रहा था लिख दिया !
खुदा जितना चाहे मुझे सता ले ,
जिन्दगी जितना चाहे मुझे रुला ले ,
बस एक आखिरी ख्वाहिश है मेरी
वो तुझसे पहले मुझे बुला ले .
जान निकले तो निगाहें तुझ पर हों ,
और सिर रखा हो तेरी गोद में ,
रखा हो शरीर यहाँ और आत्मा मेरी तुझसे में हो
ये सोचने भर से मेरी आखें नम है
माफ करना माँ पर तुम्हारे बिना
जीने का मुझमें नहीं दम है
करूंगी सब कुछ तुम्हें जो ख़ुशी दे
बस खुदा मेरी ये आखिरी तमन्ना पूरी कर दे
तेरे हर गम में वो तुझे नहीं मुझे रुला दे
और गर जाना हो तुझे तो वो पहले मुझे बुला ले.
हैप्पी मदर्स डे मम्मा !
खुदा जितना चाहे मुझे सता ले ,
जिन्दगी जितना चाहे मुझे रुला ले ,
बस एक आखिरी ख्वाहिश है मेरी
वो तुझसे पहले मुझे बुला ले .
जान निकले तो निगाहें तुझ पर हों ,
और सिर रखा हो तेरी गोद में ,
रखा हो शरीर यहाँ और आत्मा मेरी तुझसे में हो
ये सोचने भर से मेरी आखें नम है
माफ करना माँ पर तुम्हारे बिना
जीने का मुझमें नहीं दम है
करूंगी सब कुछ तुम्हें जो ख़ुशी दे
बस खुदा मेरी ये आखिरी तमन्ना पूरी कर दे
तेरे हर गम में वो तुझे नहीं मुझे रुला दे
और गर जाना हो तुझे तो वो पहले मुझे बुला ले.
हैप्पी मदर्स डे मम्मा !
करूंगी सब कुछ तुम्हें जो ख़ुशी दे
जवाब देंहटाएंबस खुदा मेरी ये आखिरी तमन्ना पूरी कर दे
तेरे हर गम में वो तुझे नहीं मुझे रुला दे
और गर जाना हो तुझे तो वो पहले मुझे बुला ले. ..
इन पंक्तियों को पढ़ने के बाद किसी की भी आँखें मन हो जाएंगी ... माँ बेटी का प्रेम ऐसा हो होता है .. आप भाग्यशाली हैं ...
bahut accha laga .....bitiya ke udgaar .....par hamen apni betiyon ko samjhana hai ki hamare bad ki jimmedari unhe hi nibhana hai atah itna kamjor dil n ho .....
जवाब देंहटाएंहैप्पी मदर्स डे:)
जवाब देंहटाएंbehtareen..
हॅप्पी मदर्स डे ... :)
जवाब देंहटाएंवाह बहुत मर्मस्पर्शी ! मन को विगलित कर गया ! बेटी को ढेर सारी शुभकामनायें एवँ आशीर्वाद !
जवाब देंहटाएंबेटियां माँ की परछाई होती हैं , तभी तो इतना दर्द होता है उनके मन में | वो समझती हैं तन के बिना परछाई का क्या औचित्य , रेखा दीदी बिटिया को स्नेह |
जवाब देंहटाएंबहुत मर्मस्पर्शी ...
जवाब देंहटाएंna baba na ........ aisa din kabhi na aaye ke maa bachcho ko aise dekh paye ...bahut hi marmsparshi likha hain vaise ............. kabhi aise vichaar man mein bhi mat lana beta .....God bless u
जवाब देंहटाएंबहुत मर्मस्पर्शी भावपूर्ण रचना.
जवाब देंहटाएंनहीं,नहीं!लंबी उम्र हो सोनू बेटी की दायित्व की बारी अब बेटी की है-माँ की परंपरा आगे बढ़ाने की .
जवाब देंहटाएंबहुत मासूम और संवेदनापूर्ण कविता, शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर मार्मिक भावपूर्ण रचना ,
जवाब देंहटाएंआपने बहुत अच्छी पोस्ट लिखी है. ऐसे ही आप अपनी कलम को चलाते रहे. Ankit Badigar की तरफ से धन्यवाद.
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